नई दिल्ली । किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने पीएम मोदी के आंदोलनजीवी कहने पर सवाल करते हुए कहा कि क्या राम मंदिर अयोध्या के लिए आंदोलन करने वाले लाल कृष्ण आडवाणी आंदोलनजीवी थे? टिकैत ने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द करे, हम देश की नीति सड़क से बदलेंगे, संसद से नहीं।
एक समाचार चैनल से बातचीत करते हुए जब राकेश टिकैत से उनके रोने पर सवाल किया गया तो उन्होने कहा कि ये किसान के आंसू थे, न वो डर के आंसू थे न खौफ थे। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 26 जनवरी को पुलिस के आगे गुंडे थे, वे लाठी चला रहे थे, पुलिस को बताना चाहिए कि पुलिस की बैरिकेडिंग के अंदर लाठी लेकर कौन पहुंचे थे।
राकेश टिकैत ने पीएम मोदी की उस बात पर जवाब दिया जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि हम सिर्फ एक फोन की दूरी पर हैं। उन्होंने कहा कि हम बात करें तो किससे करें, हमें तो कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। टिकैत ने कहा कि हमें जमात कहा गया है जमात किसको कहते हैं, आंदोलनजीवी किसको कहते हैं, क्या लाल कृष्ण आडवाणी जब अयोध्या में गए तो वह आंदोलनजीवी थे? क्या मुरली मनोहर जोशी आंदोलनजीवी थे, महात्मा गांधी, सरदार भगत सिंह आंदोलनजीवी थे?
