विशेष संवाददाता
नई दिल्ली । राममंदिर मामले में सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त मध्यस्थता पैनल द्वारा सुझाई गई समझौता योजना हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के लिए ही जीत वाली स्थिति होगी। सुन्नी वक्फ बोर्ड के अधिवक्ता शाहिद रिज़वी ने एक समाचार चैनल को बताया, “हमने मध्यस्थता पैनल को अपने विचार दिए हैं लेकिन हम अदालत में प्रस्तुत किए गए निपटारण योजना का खुलासा नहीं कर सकते हैं। यह सकारात्मक है और सभी लोग, हिंदू और मुसलमान खुश होंगे। ” रिज़वी ने कहा, “यह हिंदू और मुस्लिम दोनों के लिए एक जीत की स्थिति है।”
सूचना है कि सुन्नी वक्फ़ बोर्ड सरकार को जमीन देने को तैयार हो गया है। साथ ही वक्फ बोर्ड दूसरी जगह मस्जिद बनाने के लिए भी तैयार है। बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा है कि वह राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करेंगे और फैसले को चुनौती देने वाली कोई याचिका दाखिल नहीं करेंगे। इकबाल अंसारी ने कहा कि वह खुश हैं कि मामला अब अपने तार्किक अंजाम तक पहुंच रहा है।
ज्ञात रहे कि इससे पहले प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली पांच जजों की बेंच ने इस मामले में 40 दिन तक सुनवाई करने के बाद दलीलें पूरी कर लीं। सुप्रीम कोर्ट नवंबर में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद फैसला सुनाएगा।