विशेष संवाददाता
पटना । राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने बड़ा निर्णय लिया है। यह राजद के लिए बड़ा झटका हो सकता है। शिवानंद तिवारी ने पार्टी से संबंधित कार्यों से छुट्टी लेने की बात कही है। वे राजनीतिक कार्यों को लेकर अब खुद को थका महसूस कर रहे हैं। मंगलवार को शिवानंद तिवारी ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने इस्तीफा देने की बात से इनकार किया है।इस मामले में राजद की ओर से अभी किसी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह भी तय है कि विरोधी पार्टियों को चुटकी लेने का मौका मिल गया है।
राजद के वरीय नेता शिवानंद तिवारी ने मंगलवार को जारी बयान में कहा है कि मैं अब थकान अनुभव कर रहा हूं। शरीर से ज़्यादा मन की थकान है।संस्मरण लिखना चाहता था, लेकिन वह भी नहीं कर पा रहा हूं। इसलिए जो कर रहा हूं, उससे छुट्टी पाना चाहता हूं।
उन्होंने आगे लिखा है कि संस्मरण लिखने का प्रयास करूंगा। लिख ही दूंगा,ऐसा भरोसा भी नहीं है, लेकिन प्रयास करूंगा। उन्होंने आगे बड़ा निर्णय की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि राजद की ओर से जिस भूमिका का निर्वहन अब तक मैं कर रहा था, उससे छुट्टी ले रहा हूं।
राजनीतिक गलियारे में हो रही चर्चा की मानें तो पिछले कई माह से शिवानंद तिवारी राजद में खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। उनकी बातों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। खासकर जब से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जेल गए हैं, पार्टी में उनका रुतवा कम हो गया है। पिछले दिनों उन्होंने इसके संकेत भी दिए थे। साथ ही, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को कई मौकों पर नसीहतें भी दी थी।