विशेष संवाददाता
चंडीगढ़ । प्रधानमंत्री मोदी को लोकसभा चुनाव में वाराणसी से चुनौती देने की कोशिश करने वाले बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई। दुष्यंत चौटाला नीत जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) में शामिल होने के बाद उन्होंने करनाल विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ा। तेज बहादुर को हार का सामना करना पड़ा है।
पराजय के गम से तेज बहादुर अभी उबरे भी नहीं थे कि उनकी जेजेपी के भाजपा को समर्थन देने की बात सामने आ गई। जिसके बाद तेज बहादुर यादव ने जेजेपी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। तेजबहादुर ने भाजपा-जेजेपी गठबंधन को हरियाणा की जनता के साथ गद्दारी बताते हुए दुष्यंत चौटाला से कहा कि आपको विपक्ष में बैठना चाहिए था।
बर्खास्त जवान ने कहा जो भाजपा है, वही जेजेपी है। जेजेपी, भाजपा की बेटी है। बीएसएफ जवानों को परोसे जाने वाले खाने की क्वालिटी के बारे में शिकायत का एक वीडियो पोस्ट करने के बाद 2017 में बर्खास्त किए गए तेज बहादुर को लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन ने वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उनका पर्चा रद्द हो गया था, जिसके बाद शालिनी यादव को प्रत्याशी बनाया गया था।