विशेष संवाददाता
नई दिल्ली । भारत में प्याज की कीमत एक संवदेनशील मसला रहा है। इसकी कीमत अक्सर आसमान छूने लगाती है। इन दिनों राजधानी दिल्ली में एक बार फिर प्याज के दामों ने रफ्तार पकड़ ली है। इसके बाद इस बार प्याज के दाम बढ़ोतरी के बाद अपने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए फुटकर बाजारों में प्रति किलो 100 रुपये तक बिक रहा है। राजधानी दिल्ली में प्याज के दामों में पिछले कुछ महीनों में यह दूसरी बार बढ़ोतरी है। दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में प्याज का खुदरा मूल्य 45 प्रतिशत बढ़कर 80 रुपये किलो पहुंच गया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, एक अक्टूबर को प्याज का भाव 55 रुपये किलो था। आकंड़ों के मुताबिक प्याज की कीमतों में पिछले साल की तुलना में करीब तीन गुना वृद्धि हुई है। व्यापारियों के मुताबिक खुदरा बाजार में प्याज की कीमत अभी 120 रुपये प्रति किलो तक जा सकती है। प्याज की कीमतों में अचानक हुई वृद्धि के बाद केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने प्याज की कीमतों में तेजी आने के बाद बुधवार को उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में प्याज को आयात करने पर भी बातचीत की गई। जिसके बाद मीडिया से बात करते हुए रामविलास पासवान ने कहा कि प्याज की बढ़ती कीमतों के पीछे मुख्य कारण मांग और आपूर्ति का अंतर है। इसके अलावा मंत्री ने बारिश और बाढ़ के कारण फसल नष्ट होने को प्याज की कीमतों में उछाल कि वजह बताया। पासवान ने नवंबर के अंत तक ही कीमतों में राहत होने की बात कही है।