-नीति आयोग ने बनाई पर्यटकों के लिए महंगा टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित करने की योजना
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली । मालदीव के आलीशान वॉटर विला का आनंद जल्द भारत में भी उठाया जा सकता है। सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग ने पर्यटकों के लिए महंगा टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित करने की योजना बनाई है। आयोग ने इसके लिए 1,500 करोड़ के वॉटर और लैंड विला प्रॉजेक्ट तैयार किए हैं। इन्हें लक्षद्वीप व अंडमान और निकोबार आइलैंड की खाड़ी में बनाया जाएगा। विला बनाने के अलावा दोनों द्वीपों के लिए एयरपोर्ट, समुद्री विमान, हेलिकॉप्टर की बेहतर सुविधा, फ्लोटिंग डॉक जैसे अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी काम किया जाएगा। मामले से वाकिफ अधिकारी ने बताया कि सात बड़ी योजनाओं के लिए बोलियां मंगाई गई हैं। इन प्रॉजेक्ट्स को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत डिवेलप किया जाएगा। हम भारत को बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाना चाहते हैं।
आयोग ने लक्षद्वीप के मिनिकॉय, सुहेली और कदमत आइलैंड पर बनाए जाने वाले वॉटर विला में 125 कमरे बनाने का प्रस्ताव है। अंडमान और निकोबार के लॉन्ग, एव्स, स्मिथ और शहीद द्वीप आइलैंड के लैंड विला में 460 रूम बनाने की योजना है। अधिकारी ने बताया, मॉडल कंसेशन एग्रीमेंट (एमसीए) को मंजूरी मिल चुकी है। हम इसी वित्त वर्ष में इन प्रॉजेक्ट्स को शुरू करने की उम्मीद करते हैं। योजना के तहत 50-75 वर्ष के कंसेशन पीरियड में किए जाने वाले निवेश पर 30-40 पर्सेंट रिटर्न का अनुमान है। अधिकारी के मुताबिक, आयोग ने पर्यावरण से संबंधित सभी अप्रूवल हासिल कर लिए हैं और इस साल के अंत तक कॉन्ट्रैक्ट सौंपे जा सकते हैं।