हैदराबाद रेप कांड
भागने की कोशिश के दौरान हुई थी मुठभेड़
क्राइम सीन पर ले गई थी पुलिस
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। हैदराबाद के शादनगर में जानवरों की डॉक्टर से रेप और निर्मम हत्या के केस ने एक चैंकाने वाला मोड़ ले लिया है। शुक्रवार सुबह ही केस के चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस जांच के लिए इन आरोपियों को मौका-ए-वारदात पर लेकर गई थी जहां से चारों ने भागने की कोशिश की और पुलिस की गोली का शिकार बन गये।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घटनास्थल पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पहुंच चुके हैं। गौरतलब हो कि रेप और हत्या के इस मामले से देश भर में लोग आक्रोशित थे। ज्ञात हो कि गैंगरेप और बर्बरता से हत्या के मामले तेलंगाना सरकार ने बुधवार को आरोपियों के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई के लिए महबूबनगर जिले में स्थित प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत को विशेष अदालत (फास्ट ट्रैक कोर्ट) के रूप में नामित किया था। इस मामले में पुलिस ने सोमवार को अदालत में याचिका दाखिल करके आरोपियों की दस दिनों की हिरासत की मांग की थी। लगातार तीन दिनों तक अभियोजन पक्ष की दलीलें सुनने के बाद सात दिनों की पुलिस हिरासत दे दी गई थी। घटना के 36 घंटों के भीतर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। उसके अगले दिन शादनगर अदालत में पेश किया गया, जहां से सभी को चेरलापल्ली जेल में भेजा दिया गया था।
गौरतलब हो कि 27 नवंबर की रात 27 साल की जानवरों की डॉक्टर को इन दरिंदो ने अपनी हैवानियत का शिकार बनाया था। शराब पीते हुए आरोपियों ने डॉक्टर को स्कूटी पार्क करते हुए देखा था और यह दुस्साहसी प्लान बना लिया था। स्कूटी की हवा निकालकर पहले मदद का बहाना किया और फिर मोबाइल छीन लिया। इसके बाद चारों आरोपियों ने डॉक्टर के साथ बारी-बारी से दरिंदगी की और गला दबाकर हत्या कर दी। ये यहीं नहीं रुके। हत्या के बाद शव को ट्रक में रखकर टोल बूथ से करीब 25 किलोमीटर दूर एक ओवरब्रिज के नीचे फेंक दिया और फिर पेट्रोल-डीजल छिड़कर आग के हवाले कर दिया। सुबह एक दूध बेचने वाले ने जले हुए शव को देखकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद इस हैवानियत के बारे में पता चला।