विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध अब पूर्वोत्तर से आगे बढ़ते हुए दिल्ली और अन्य शहरों तक जा पहुंचा है। पश्चिम उत्तर प्रदेश, केरल और बंगाल तक में सड़कों पर उतरकर लोगों ने इस नए कानून का विरोध किया। केंद्र सरकार अब तक इस मसले पर लोगों को समझाने में जुटी है, जबकि असम में ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (AASU) ने आंदोलन को और तेज कर दिया है। हालांकि इस बीच गुवाहाटी में कर्फ्यू में ढील दी गई है। शनिवार सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक कर्फ्यू में ढील देने का फैसला लिया गया है।
इस बीच दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और जामिया नगर में भी लोगों ने प्रदर्शन किया। यह आंदोलन उस वक्त उग्र हो गया, जब पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोकने की कोशिश की। यूनिवर्सिटी परिसर में सैकड़ों लोग संसद तक मार्च निकालने के लिए इकट्ठा हुए। पुलिस ने भीड़ को बैरिकेडिंग लगाकर रोकने का प्रयास किया, जिस पर लोग उग्र हो गए। इस पर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस हिंसा में 12 पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे 42 छात्रों और स्थानीय लोगों को हिरासत में लिया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। यही नहीं जंतर मंतर पर भी जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के नेतृत्व में मुस्लिम संगठनों ने प्रदर्शन किया। हालांकि यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। जमीयत के जनरल सेक्रटरी महमूद मदनी ने कहा, ‘नागरिकता कानून देश की बहुलतावादी संस्कृति के खिलाफ ह
नागरिकता बिल पर पश्चिम बंगाल में भी खासा उबाल देखने को मिल रहा है। बांग्लादेश शरणार्थियों की काफी बड़ी तादाद पश्चिम बंगाल में है। कई जगहों पर लोगों ने सड़कों और रेल की पटरियों पर उतरकर प्रदर्शन किया। रेलवे की प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने के अलावा पुलिस पर हमला करने की खबरें भी आई हैं। मुर्शिदाबाद में भीड़ ने बेलडांगा रेलवे स्टेशन को निशाना बनाते हुए मेंटनेंस कार और रूम पैनल को आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा भीड़ ने बेलडांगा पुलिस स्टेशन पर भी हमला बोला और थाना प्रभारी जमालुद्दीन पर भी हमला कर दिया। आंदोलन और विरोध प्रदर्शनों को लेकर सीएम ममता बनर्जी ने टॉप अधिकारियों के साथ मीटिंग बुलाई है। ममता ने खासतौर पर मुर्शिदाबाद और उलुबेरिया में हुई हिंसा का जायजा लिया। पश्चिम यूपी के सहारनपुर, मेरठ, बरेली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, शामली, बागपत और अलीगढ़ में मुस्लिम संगठनों ने आंदोलन किया। हालांकि जिला प्रशासन ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों को नए कानून के खिलाफ मार्च निकालने से रोक दिया।देश के तटीय राज्य केरल में भी मुस्लिम संगठनों ने नए कानून पर ऐतराज जताया है। शुक्रवार को उत्तर केरल की कई मस्जिदों में नमाज के बाद खुत्बा हुआ और नए कानून की निंदा की गई। मलप्पुरम समेत कई इलाकों में नमाज के बाद लोगों ने आंदोलन किया।