विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन जारी है। कांग्रेस समेत देश की प्रमुख विपक्षी पार्टियां इस कानून का विरोध कर रही हैं। कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस एक्शन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर निशाना साधा है।
चिदंबरम ने कहा कि जिस साल हमने महात्मा गांधी का जन्मदिन मनाया, उसी साल शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार छीन लिया गया। इससे ज्यादा शर्मनाक बात कुछ और नहीं हो सकती है। मैं रामचंद्र गुहा के खिलाफ बल प्रयोग और गिरफ्तारी की निंदा करता हूं। इंटरनेट क्यों बंद किया गया। क्या दिल्ली के सभी लोग अर्बन नक्सल हो गए हैं। इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने गुरुवार को बेंगलुरू में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर बेंगलुरू पुलिस की कार्रवाई की निंदा की। गुहा ने कहा, “हम पूरी तरह अहिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। यह भेदभावपूर्ण कार्रवाई है। देखिए, पुलिस नागरिकों से कैसा व्यवहार कर रही है। पुलिस की यह क्या कार्रवाई है।
गुहा ने पुलिस पर केंद्र सरकार के इशारों पर काम करने का आरोप लगाया। नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने के दौरान हिरासत में लिए गए लोगों में गुहा भी शामिल थे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गुहा ने कहा कि यह पूरी तरह अलोकतांत्रिक है कि पुलिस शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी नहीं करने दे रही है, जो नागरिकों का लोकतांत्रिक अधिकार है। गुहा एक तख्ती लिए हुए थे, जिस पर नीले रंग में भीम राव आंबेडकर की तस्वीर बनी हुई थी और लिखा था, ‘संविधान के खिलाफ सीएए’। उन्हें पुलिसकर्मी हिरासत में लेकर बस में ले गए। उन्हें हिरासत में लेने की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए हैं।