विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। शिवसेना ने एक बार फिर अपने मुखपत्र सामना के जरिए भाजपा पर निशाना साधा है। शनिवार को पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना ने भाजपा के असंतुष्ट नेताओं एकनाथ खडसे और पंकजा मुंडे को लेकर भाजपा पर कटाक्ष किया। सामना में शनिवार को लिखा गया, भाजपा को इस बारे में टिप्पणी करने से बचना चाहिए कि शिवसेना के लोग उनसे बात करने के लिए तैयार हैं। भाजपा के कुछ सदस्यों ने यहां तक कहा है कि वे लंबे समय तक विपक्ष में नहीं बैठेंगे। हालांकि, शिवसेना ने भाजपा के साथ संबंधों के बोझ को कम किया है। महाराष्ट्र भी हल्का महसूस कर रहा है और अब एक मुक्त वातावरण है।
शिवसेना ने शनिवार को कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने न केवल महाराष्ट्र में ही नहीं बल्कि भाजपा खेमे में भी मुक्त माहौल बनाया है। जिसके परिणामस्वरूप भाजपा के साथ संबंधों का बोझ भी अब कम हो रहा है।वास्तव में, अब माहौल इतना खुला और हल्का हो गया है कि भाजपा नेता एकनाथ खडसे भी खुलकर अपने मन की बात कह रहे हैं। शिवसेना ने कहा, चुनावी नुकसान के लिए भाजपा नेताओं की खडसे ने खुले मन से आलोचना की है।
भाजपा की लंबे समय से सहयोगी शिवसेना ने पिछले महीने महाराष्ट्र में ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए अपने वैचारिक प्रतिद्वंद्वियों कांग्रेस और राकांपा से हाथ मिलाया था। खडसे की एनसीपी प्रमुख शरद पवार और सीएम ठाकरे के साथ हाल ही में मुलाकात ने उनकी भविष्य की राजनीतिक के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं। खडसे शरद पवार से मिले और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी चर्चा की। उन्होंने अब हिम्मत करके कहा कि वह अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं।