विशेष संवाददाता
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़कने के बाद कुछ प्रदर्शनकारियों की गोली लगने से मौत हो गई थी। हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मेरठ पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें मेरठ में प्रवेश नहीं करने दिया।
पुलिस ने उन्हें सुरक्षा कारणों से परतापुर बाईपास के पास ही रोक दिया। मेरठ में नोइंट्री होने पर राहुल गांधी ने प्रशासन से सवाल किया कि आखिरकार उन्हे मृतकों की परिजनों से मुलाकात करने की इजाजत क्यों नहीं दी जा रही है। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस महासचिव बिजनौर के नहटौर भी पहुंची थी, जहां उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात के बाद कहा था कि किसी को नागरिकता का सबूत मांगने का अधिकार नहीं है। यह कानून गरीबों के खिलाफ है। प्रियंका ने यह भी आरोप लगाया था कि मोदी सरकार महंगाई और बेरोजगारी से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए यह कानून लाई है।