विशेष संवाददाता
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन एक्ट CAA के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुआ। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों की मौत भी हो गई। मंगलवार को जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के लिए नमाज़-ए-जनाज़ा पढ़ी। बता दें कि देश के कई हिस्सों में हुए हिंसक प्रदर्शन में करीब 22 लोगों की मौत हुई है, इनमें से 19 मौतें उत्तर प्रदेश में हुई हैं जबकि दो मौतें कर्नाटक में हुई थीं। मंगलवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सैकड़ों छात्रों ने यूनिवर्सिटी के बाहर दोपहर को नमाज़ पढ़ी। बता दें कि CAA, NRC के खिलाफ लगातार इस क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। दिल्ली के शाहीन बाग क्षेत्र में पिछले पंद्रह दिन से प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं, यहां महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हो रही हैं। बता दें कि CAA, NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की शुरुआत दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी से ही हुई थी। हजारों की संख्या में छात्रों ने जामिया के बाहर प्रदर्शन किया था, जिसने बाद में हिंसक रूप ले लिया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी, कुछ वाहनों में आग भी लगा दी गई थी। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने लाठीचार्ज किया था और काफी आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था।
जामिया छात्रों की ओर से पुलिस पर छात्रों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था और लाइब्रेरी में घुस कर तोड़फोड़ करने की बात कही थी।ना सिर्फ दिल्ली बल्कि CAA, NRC के खिलाफ देश के कई हिस्सों में हिंसा हुई थी। इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित उत्तर प्रदेश रहा, जहां मेरठ, बिजनौर, लखनऊ,अलीगढ़ समेत कई शहरों में हिंसा हो गई थी। यूपी में कुल 19 लोगों की मौत हो गई थी। यूपी हिंसा में शामिल होने वाले से सरकार हर्जाना वसूल कर रही है।