विशेष प्रतिनिधि
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में शनिवार को हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों के साथ गिरफ्तार किए गए डीएसपी दविंदर सिंह ने आतंकी नेटवर्क के बारे में कई अहम खुलासे किए हैं। आतंकियों के साथ जुड़े तार के राज खोलने के साथ ही वह अब बीबी और बच्चों के लिए रहम की भीख मांग रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जांच के दौरान वह हाथ जोड़कर माफी मांगता रहता है और कहता है कि उसे अपनी भूल सुधारने का एक बार मौका दिया जाए। डीएसपी दविंदर सिंह ने जांच अधिकारियों से कहा है कि उसकी मति मारी गई थी जो उसने ये काम किया। पूछताछ के दौरान उसने श्रीनगर, बड़गाम और पुलवामा में सक्रिय आतंकियों के अलग-अलग ओवरग्राउंड नेटवर्क के बारे में भी बताया है। यही नहीं दविंदर के साथ पकड़े गए आतंकी नवीद मुश्ताक ने भी आतंकियों की प्लानिंग से जुड़ी कई अहम जानकारी दी है। मुश्ताक ने बताया कि सर्दी के दौरान आतंकी पुलिस से बचने के लिए कश्मीर से बाहर चले जाते हैं लेकिन गर्मी के मौसम में ज्यादातर आतंकी कश्मीर में जंगलों में ही छुपकर रहते हैं। सर्दी के मौसम में उन्हें आराम करने और आतंकी गतिविधी से जुड़े नेटवर्क तैयार करने में मदद मिलती है।
गौतलब है कि शनिवार को पकड़े गए चारों आतंकियों से दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में पूछताछ की जा रही है। दविंदर सिंह और हिजबुल आतंकी नवीद और आसिफ के अलावा लश्कर के ओवरग्राउंड वर्कर इरफान शफी मीर से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है। सभी से पूछताछ के बाद उनके जवाब को मिलाया जाएगा, जिससे इस पूरे आतंकी नेटवर्क का पता लगाया जा सके।अधिकारियों ने बताया कि दविंदर सिंह तीनों आतंकियों को सादे कपड़े में शनिवार सुबह करीब 10 बजे घर से निकले थे। पुलिस ने श्रीनगर से लगभग 60 किलोमीटर दूर उनकी कार को रोका था। अधिकारियों ने बताया कि गड़बड़ी कर फंस जाने के बाद दविंदर सिंह पुलिसवालों के सवालों का गोलमोल जवाब दे रहे थे, जिसके बाद उन्हें आतंकियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया और बाद में उनके घर की तलाशी ली गई।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हिजबुल कमांडर नवीद बाबू की गिरफ्तारी बड़ी सफलता है, उसके सिर पर 20 लाख रुपये का इनाम था। वहीं, इरफान पिछले कुछ सालों में करीब पांच बार पाकिस्तान का दौरा कर चुका था। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों के पास उसकी गतिविधियों की कोई खास जानकारी नहीं थी।