नई दिल्ली। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगवाने को लेकर यूपी में रह रहे वाहन मालिकों को थोड़ी राहत मिली है। यहां रजिस्ट्रेशन प्लेट लगवाने की अंतिम सीमा को 30 नवंबर बढ़ा दिया गया है। इसके पहले यूपी में एचएसआरपी लगवाने की आखिरी तारीख 19 अक्टूबर थी। वाहन मालिकों को अब किसी भी हाल में 30 नवंबर तक अपने वाहनों में एचएसआरपी लगवाना होगा।
बता दें कि यूपी प्रशासन के फैसले से कॉमर्शियल वाहन मालिकों से लेकर निजी वाहन मालिकों को बड़ी राहत मिली है। क्योंकि एचएसआरपी की ऑनलाइन बुकिंग को लेकर प्रशासन के पास लगातार शिकायतें मिल रही थीं। जैसे पोर्टल पर उन वाहन कंपनियों के नाम नहीं दिए गए हैं, जो अब भारत में बंद हो चुकी हैं। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगवाने में इसकारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिनके वाहन को बनाने वाली कंपनियां अब बंद हो चुकी हैं। देश में मित्सुबिसी, देवू मटीज और शेवरले जैसे काई कार कंपनियां बंद हो चुकी है। इनके ग्राहकों के सामने बड़ा सवाल है कि उनके वाहनों में आखिर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट कैसे लगेगी।
वाहन मालिकों का कहना है कि बंद हो चुकी कंपनियों के नाम वेबसाइट पर नहीं आ रहे।इसकारण वहां एचएसआरपी के लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। कुछ लोग मामले में आरटीओ में भी शिकायत दर्ज करा चुके हैं। अधिकारियों की ओर से एक ही जवाब मिल रहा है कि जल्द इस लेकर इंतजाम किया जाएगा। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगावाने का खर्च अलग-अलग है। जैसे की कार पर इसकी कीमत 600 से 1000 रुपये के बीच है। वहीं, टू व्हीलर वाहनों के लिए इसकी कीमत 300 से 400 रुपये तक है। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने आदेश दिया है कि एचएसआरपी और स्टिकर लगवाने की प्रक्रिया को जल्द से जल्द आसान किया जाएगा।साथ ही प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए स्पेशल कमिश्नर (यातायात) ने नंबर प्लेट लगाने वाली कंपनियों से होम डिलीवरी शुरू करने को लेकर बात भी की है। जिसके बाद दिल्ली में एचएसआरपी की जल्द ही होम डिलीवरी शुरू हो सकती है।
