जयपुर। राजस्थान में सड़क हादसों को रोकने के लिए जीपीएस सिस्टम शुरु किया गया है। राजस्थान रोडवेज अब जीपीएस से यात्रियों की सुरक्षा और रोडवेज की निगरानी करेगा। इससे प्रदेश में संचालित हो रही तीन हजार रोडवेज बसों की ट्रेकिंग की जा सकेगी। रोडवेज ने राज्य सरकार के जरिए मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट हाईवे को 16 करोड़ रुपए की डीपीआर बनाकर भेजी है। निर्भया फंड से रोडवेज बसों में यह सिस्टम लगाया जाएगा। इसमें नौ करोड़ रूपए मोर्थ और शेष राशि रोडवेज की ओर से खर्च की जाएगी। हाल ही में रोडवेज की 875 बसों में जीपीएस सिस्टम लगा हुआ है। इनकी मॉनिटरिंग रोडवेज की ओर से की जा रही है। आईटी सेल की ओर से इनके मार्ग और गति पर नजर भी रखी जा रही है। खुद सीएमडी बसों की रोज रिपोर्ट ले रहे है। इसके अलावा ओवरस्पीड और अन्य खामियां मिलने पर कार्रवाई की जा रही है। दरअसल, कुछ दिन पहले जयपुर डिपो की बस आगरा की ओर जा रही थी। इसी दौरान बस ड्राइवर गाड़ी को ओवर स्पीड पर चला रहा था। जब सर्वर में बस ओवर स्पीड दिखाई दी तो बस चालक को नोटिस दिया गया। जयपुर डिपो की एक बस को दौसा शहर के अंदर से जाना था। लेकिन, बस ड्राइवर बस को सीधे हाईवे से लेकर जा रहा था। इस पर बस की ट्रेकिंग की गई और चालक को उसी समय फोन पर अधिकारियों ने फटकार लगाई। बता दें कि अब बसों में पैनिक बटन भी लगाया जाएगा। जैसे ही यात्रियों की ओर से पैनिक बटन दबाया जाएगा तो इसका मैसेज कंट्रोल रूप मैनेजर ऑपरेशन और प्रबंधक के मोबाइल पर आएगा। वहीं से संबंधित थाना पुलिस को सूचना दी जाएगी।
ज्योति/ ईएमएस/ 19 दिसंबर 2020
