नई दिल्ली। भारत में कोरोना के मामलों में गिरावट आई है। पिछले कुछ हफ्तों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस वाले राज्यों में भी सुधार देखा गया है। सबसे ज्यादा एक्टिव केस वाले 5 राज्यों में से सिर्फ केरल ही ऐसा राज्य है, जहां कोरोना के मामले बढ़े हैं। उसके अलावा महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कोरोना मामलों में लगातार कमी आई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले चार सप्ताहों के आंकड़े जारी किए हैं, जिसके अनुसार वर्तमान में सबसे ज्यादा एक्टिव केस केरल में हैं। 22 दिसंबर के आंकड़ों के मुताबिक केरल में 60670, महाराष्ट्र में 60593, बंगाल में 16903, उत्तर प्रदेश में 16822 और छत्तीसगढ़ में 16060 मामले एक्टिव हैं। कोरोना संकट और वायरस के नए स्ट्रेन की दहशत के चलते देशभर में क्रिसमस और नए साल के जश्न की तैयारियां ठंडे बस्ते में चली गई हैं। भीड़भाड़ जुटने से रोकने के लिए कई राज्यों ने नए प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। महाराष्ट के बाद राजस्थान, और कर्नाटक मे भी नाइट कर्फ्यू लागने का निर्णय लिया है। वहीं गुजरात ने क्रिसमस और एक दिसंबर को भीड़ नहीं जुटाने की सख्त चेतावनी दी है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने बोर्ड परीक्षाओं को अगले साल जून तक के लिए टाल दिया है। 10वीं 12वीं की परीक्षाएं पहले फरवरी में होनी थी, लेकिन कोरोना संकट और फिर बंगाल विधानसभा चुनाव होने की वजह से इन्हें जून में करवाने का निर्णय लिया गया है। इससे पहले सीबीएसई ने भी देशभर में फरवरी मार्च में होने वाली बोर्ड परीक्षाएं टाल दी हैं।
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के हालात पर लगातार सुधार हो रहा है। करीब चार महीने बाद राजधानी में लगातार तीसरे दिन एक हजार से कम कोरोना केस दर्ज किए गए हैं। बीते 24 घंटे में दिल्ली में 871 मरीज सामने आए जबकि 18 मरीजों की मौत हो गई। वहीं पहली बार दिल्ली में संक्रमण दर एक फीसदी से नीचे आई है। इसके अलावा रिकवरी रेट भी पहली बार 97 फीसदी से ऊपर दर्ज हुई है।
देश में कोरोना वैक्सीन के भंडारण और वितरण की तैयारियां युद्ध स्तर पर शुरू कर दी गई हैं। पटना के एनएमसीएच अस्पतला में कोरोना का वैक्सीन सेंटर बनाया गया है। इसमें 35 लाख डोज रखने का इंतजाम है। वहीं दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल में डीप फ्रीजर और स्टोरेज से जुड़े दूसरे उपकरण लगाकर वैक्सीन जमा करने की तैयारी है। माना जा रहा है कि ऑक्सफोर्ड-आस्ट्रोजेनेका की वैक्सीन कोवीशील्ड को अगले हफ्ते भारत सरकार मंजूरी दे सकती है। उम्मीद है कि जनवरी से देश में टीकाकरण शुरू हो सकता है।
