
CBSE ने किया ओपन बुक एग्जाम का ऐलान,
CBSE ने किया ओपन बुक एग्जाम का ऐलान, कैसे ये स्टूडेंट्स के लिए होगा फायदेमंद?
सीबीएसई ने 2026-27 शैक्षणिक वर्ष से कक्षा 9 के छात्रों के लिए ओपन बुक परीक्षा शुरू करने का निर्णय लिया है। यह फैसला बोर्ड की गवर्निंग बॉडी ने जून में हुई बैठक के दौरान लिया। अब छात्र किताबों और नोट्स की मदद से उत्तर लिख सकेंगे। इस पहल का उद्देश्य रटने की आदत कम करना और छात्रों की सोच और समझ को मजबूत करना है। बता दें कि नए ऐलान के तहत 9वीं कक्षा के स्टूडेंट्स को अगले एकेडमिक सेशन से मैथ, साइंस, सोशल साइंस जैसे विषयों के लिए होने वाली तीन लिखित परीक्षाओं में ओपन बुक को शामिल किया जाएगा। हालांकि, इसका मतलब किताब से उत्तर नकल करना नहीं है, आइए जानते हैं क्या है ओपन बुक एग्जाम
कैसे होंगे ओपन बुक एग्जाम?
ओपन बुक एग्जाम के तहत अगले सेशन से कक्षा 9वीं के छात्र परीक्षा के दौरान टेक्स्ट बुक, क्लास नोट्स और लाइब्रेरी बुक का इस्तेमाल कर परीक्षा में पूछे गए सवालों का जवाब दे सकेंगे। ये परीक्षाएं स्कूल में आयोजित की जाएंगी। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि किताब से उत्तर नकल करना है। किताब में दी गई जानकारी को समझकर उसका सही विश्लेषण करते हुए उत्तर लिखना छात्रों की सोचने और समझने की क्षमता पर निर्भर करेगा। ये परीक्षाएं आंतरिक मूल्यांकन का हिस्सा होंगी और इनके अंक अंतिम परिणाम में शामिल किए जाएंगे। हालांकि, सीबीएसई ने कहा है कि ये स्कूलों पर निर्भर करता है कि उन्हें इस फॉर्मेट को अपनाना है या नहीं, ये बिल्कुल ऑप्शन होगा।
पायलट टेस्ट का अनुभव
दिसंबर 2023 में CBSE ने इसे लागू करने से पहले पायलट टेस्ट कराया था, इसमें छात्रों के अंक 12% से 47% के बीच रहे। इससे यह दर्शाता है कि कई छात्रों को संसाधनों का सही इस्तेमाल करने में दिक्कत हुई। अब CBSE अलग तरह के सैंपल पेपर्स तैयार करेगा, जिसमें प्रश्न सरल न होकर सोचने-समझने पर मजबूर करेंगे। शिक्षकों का भी मानना है कि अभ्यास और सही मार्गदर्शन मिलने पर छात्र इसमें बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे।
चीटिंग की संभावना कम
ओपन बुक एग्जाम में चीटिंग की संभावना कम मानी जा रही है। क्योंकि छात्रों के पास पहले से ही किताबें होंगी, ऐसे में उनका ध्यान चीटिंग में समय बर्बाद करने के बजाय सही और सटीक उत्तर ढूंढने पर रहेगा। अब CBSE की परीक्षा साल में दो बार होगी, इसकी घोषणा भी कुछ महीने पहले की जा चुकी है।
CBSE ने बताया कि ओपन बुक एग्जाम दूसरी बार वाली परीक्षा के लिए ऑप्शनल होगी। दूसरे चरण की परीक्षा का उद्देश्य विशेष रूप से सुधार के लिए कि जा रही है।
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