
विसर्जन के समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान
Ganesh Chaturthi 2025 : अगर आप भी लाए हैं अपने घर बप्पा तो विसर्जन के समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान
भारत देश में इस वक्त बप्पा के भक्त गणेश चतुर्थी बड़ी धूमधाम से मना रहे हैं। 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी से दस दिवसीय गणेशोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। लोगों ने गाजे-बाजे के साथ धूमधाम से बप्पा का स्वागत किया और घर के साथ-साथ सार्वजनिक पंडालों में भगवान गणपति विराजमान हुए। भगवान गणेश का विसर्जन अनंत चुतर्दशी के दिन होता है। इस बार बप्पा का विसर्जन 7 सितंबर को होगा। ऐसे में आपको बप्पा का विसर्जन करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए, तभी आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी। आइए जानते हैं गणेश विसर्जन के नियमों के बारे में।
विसर्जन के समय इन बातों का रखें ध्यान:-
* गणपति बप्पा का विसर्जन हमेशा शुभ समय में करना अत्यंत मंगलकारी माना जाता है।
* गणपति विसर्जन के समय स्नान करके साफ वस्त्र पहनना चाहिए। बता दें कि विसर्जन में गलती से भी काले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए।
* विसर्जन से पहले गणपति की विधि-विधान से पूजा अर्चना करें। गणपति को मोदक, दूर्वा, सुपारी और नारियल का भोग लगाना चाहिए।
* विसर्जन के समय गणपति को ले जाते वक्त एक बात का विशेष ध्यान रखें कि गणपति का मुख घर की ओर हो। ऐसा माना जाता है कि घर की तरफ पीठ रखने से गणेश नाराज हो जाते हैं।
* गणेश विसर्जन से पहले गणपति बप्पा से सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें और जाने-अनजाने में हुई गलती के लिए क्षमा मांगे।
* गणपति को विसर्जित करते वक्त नारिलाय को नहीं फोड़ना चाहिए। इसे बिना फोड़े ही विसर्जित करें।
* गणपती विसर्जन के समय बप्पा की प्रतिमा को झटके के साथ प्रवाहित ना करें, धीरे धीरे ही जल में विसर्जित करें।
* पूजा के दौरान अर्पित की गई चीजों को भी बप्पा के साथ ही विसर्जित कर देनी चाहिए।
* पूजा में चढ़ाए गए सुपारी में से पांच सुपारी को अपने तिजोरी में रखें और अन्य को विसर्जित कर दें।
* भगवान से घर की सुख-समृद्धि की कामना करते हुए ऊं गं गणपतये नम: गणपति मंत्र का जाप करें।
* गणपति बप्पा को विदा करने के दौरान उनके कान में गणपति मंत्र बोलते हुए उन्हें विदाई दी जाती है।
* अगर आपकी मूर्ति छोटी है तो उसे आप अपने घर में किसी टब में विसर्जित करें। फिर उसका पानी और मिट्टी किसी गमले में डाल दें।
कब करें गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन?
गणेश चतुर्थी के दस दिन बाद अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन का सबसे शुभ समय प्रदोष काल माना गया है, जो सूर्यास्त के बाद आता है। बता दें कि गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त दोपहर 12ः30 बजे से शाम 6ः00 बजे के बीच का है। इसलिए गणपति बप्पा को शुभ मुहूर्त में ही विदा करें।
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