Dark Mode
  • Tuesday, 09 September 2025
सावधान ! ITR Refund के नाम पर हो रही है ठगी,

सावधान ! ITR Refund के नाम पर हो रही है ठगी,

सावधान ! ITR Refund के नाम पर हो रही है ठगी, ऐसे घोटालों से रहें दूर

अगर आपने ITR फाइल कर दिया है और रिफंड का इंतजार कर रहे हैं तो ये खब़र आपके लिए है। दरअसल, इनकम टैक्स के नाम पर स्कैम भी हो रही है। ऐसे में अगर आपको भी इनकम टैक्स के नाम पर कोई मेसेज आया है तो ये खबर आपके काम आ सकती है। बता दें कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने लोगों को फर्जी ईमेल से सावधान रहने को कहा है। ऐसे ईमेल में लिंक या पर्सनल जानकारी मांगी जाती है और उसपर क्लिक करने से बैंक डिटेल्स चोरी हो सकती हैं। ऐसे स्कैम से सावधान रहना बहुत जरूरी है।

 

टैक्सपेयर सावधान !

"इनकम टैक्स विभाग ने ‘एक्स’ प्लेटफ़ॉर्म पर चेतावनी जारी की है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि donotreply@incometaxindiafilling.gov.in से भेजे जा रहे ईमेल असली नहीं हैं और इन्हें पूरी तरह फर्जी माना जाए। इनकम टैक्स विभाग ने कहा है कि इस ईमेल आईडी से भेजे गए किसी भी लिंक पर क्लिक न करें। यह एक फिशिंग स्कैम है, जिसमें आपकी बैंक डिटेल, पासवर्ड, और OTP जैसी गोपनीय जानकारी चुराई जा सकती है। ये स्कैम donotreply@incometaxindiafilling.gov.in नाम के एक फर्जी आईडी से आ रहे हैं जो कि डिपार्टमेंट की आधिकारीक वेबसाइट से नहीं जुड़ी हुई है। बता दें कि इन फर्जी ईमेल्स में लिखा होता है कि आपके टैक्स कैलकुलेशन में कोई गड़बड़ी हुई है। इसके साथ ही एक लिंक भेजा जाता है जिस पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है। जैसे ही यूजर इस लिंक पर क्लिक करते हैं, वहां पर आपकी बैंक डिटेल्स, पासवर्ड, OTP और पर्सनल जानकारी साइबर ठगों के हाथ लग जाती है, और इस तरह आप धोखाधड़ी के जाल में फँस सकते हैं।

 

कैसे पहचानें फेक ईमेल या स्कैम लिंक?

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बताया है कि विभाग सिर्फ @incometax.gov.in डोमेन से ही ईमेल भेजता है। इससे अलग कोई भी ईमेल आए, तो समझ जाइए कि वो स्कैम है। टैक्स फाइल करने, रिफंड से जुड़ी जानकारी लेने या कोई अपडेट करने के लिए केवल इनकम टैक्स विभाग की आधिकारिक वेबसाइट www.incometax.gov.in का ही उपयोग करें। किसी भी अनजान या गूगल सर्च से खुलने वाली वेबसाइट पर भरोसा करना जोखिम भरा हो सकता है।

 

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की बड़ी कार्रवाई

इनकम टैक्स विभाग ने देशभर में ऐसे ठगों की पहचान करने के लिए डेटा एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और थर्ड पार्टी सोर्सेस की सहायता ली। शुरुआती जांच में सामने आया कि कई टैक्सपेयर्स ने ऐसे डिडक्शन क्लेम किए हैं, जिनके लिए उनके पास कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है। अब विभाग ने देश के कई जगहों में छापेमारी और सर्वे ऑपरेशन शुरू कर दिए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 150 से ज्यादा ठिकानों पर कार्रवाई की जा चुकी है।

Comment / Reply From

Newsletter

Subscribe to our mailing list to get the new updates!