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  • Monday, 18 August 2025
एसबीआई ने इस साल दूसरी बार बढ़ाई ब्याज दरें

एसबीआई ने इस साल दूसरी बार बढ़ाई ब्याज दरें

होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन महंगे हो जाएंगे, ईएमआई भी बढ़ेगी


नई दिल्ली । देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने सभी टेन्योर के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स (एमसीएलआर) में 0.10 फीसदी का इजाफा किया है।

इससे होम लोन और ऑटो लोन समेत सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे। बैंक ने इस साल दूसरी बार एमसीएलआर में इजाफा किया है। इससे पहले जनवरी में भी बैंक ने एमसीएलआर में 10 बेसिस अंक की बढ़ोतरी की थी। बढ़ी हुई दर 15 फरवरी से लागू हो गई है। आरबीआई ने हाल में छठी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की है। इसके बाद कई बैंकों ने लोन महंगा कर दिया है।

बैंकों से लोन लेने पर ब्याज दर निर्धारित करने के लिए अप्रैल 2016 में आरबीआई ने एमसीएलआर की शुरुआत की थी। इसका इस्तेमाल कमर्शियल बैंक लोन का ब्याज दर तय करने के लिए करते हैं। एसबीआई ने ओवरलाइट एमसीएलआर रेट को 7.85 फीसदी से बढ़ाकर 7.95 फीसदी कर दिया है।

इसी तरह एक महीने के टेन्योर के लिए इसे 8.10 फीसदी कर दिया गया है। इससे पहले यह 8.00 फीसदी था। तीन महीने का एमसीएलआर भी अब 8.10 फीसदी कर दिया गया है जबकि छह महीने के टेन्योर के लिए यह रेट अब 8.30 फीसदी से बढ़कर 8.40 फीसदी पहुंच गया है। एक साल की मैच्योरिटी के लिए नया रेट 8.50 फीसदी कर दिया गया है। इसी तरह दो साल लिए इसे 8.60 फीसदी और तीन साल के लिए 8.70 फीसदी कर दिया गया है।

एमसीएलआर में बढ़ोतरी से होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन महंगे हो जाएंगे। साथ ही इससे आपकी किस्त (ईएमआई) पर भी सीधा असर पड़ेगा। आरबीआई ने 2016 में एमसीएलआर सिस्टम को पेश किया था। यह किसी वित्तीय संस्थान के लिए एक इंटरनल बेंचमार्क है। एमसीएलआर प्रोसेस में लोन के लिए न्यूनतम ब्याज दर तय की जाती है। एमसीएलआर एक न्यूनतम ब्याज दर है, जिस पर बैंक लोन दे सकता है।

 

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