
भगवान बद्री विशाल के खजाने को लेकर मंदिर प्रशासन की चिंता बढ़ी
जोशीमठ और बद्री विशाल में अफरा-तफरी का माहौल
जोशीमठ । जोशीमठ में लगातार घरों में दरारें बढ़ती जा रही हैं। जिन घरों में दरारें नहीं थी। वहां पर भी दरारें देखने को मिलने लगी हैं। सर्वे टीम ने मंगलवार तक 849 घरों पर क्रॉस मार्क लगाया है। इसमें से 155 निजी भवन और 10 व्यापारिक प्रतिष्ठानों को पूरी तरह से असुरक्षित पाया गया है।
जिला प्रशासन द्वारा अभी तक 237 परिवारों का सुरक्षित स्थानों पर पुनर्वास किया गया है। एक ही कमरे में तीन -तीन चार -चार लोगों को ठहराया जा रहा है। लोगों को सोने के लिए पर्याप्त जगह भी नहीं मिल रही है। छोटे बच्चों वाली महिलाओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने जो जानकारी दी है उसके अनुसार जिस तरह से जमीन धंस रही है। उसको देखते हुए बद्री विशाल खजाने को लेकर भी चिंता बढ़ गई है। उन्होंने कहा स्थिति बिगड़ने पर बद्रीनाथ धाम का खजाना पीपलकोटी के मंदिर समिति के निरीक्षण भवन में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। निरीक्षण भवन के हाल को स्ट्रांग रूम बनाने की तैयारियां ट्रस्ट द्वारा शुरू कर दी गई हैं।
बद्रीनाथ और जोशीमठ के क्षेत्र में जिस तरह से जमीन धंस रही है। उसके बाद स्थानीय निवासी यहां पर्यटन के रूप में जो विकास कार्य किए जा रहे हैं। उसका विरोध कर रही है। उनका मानना है कि उत्तराखंड के विकास के नाम पर विनाश का एक नया सिलसिला शुरू हो गया है। धार्मिक स्थल सुरक्षित नहीं रह पाएंगे। धार्मिक स्थलों को पर्यटन स्थल बनाए जाने के खिलाफ यहां पर भी स्थानीय निवासी एकजुट हो रहे हैं।

News Editor
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!