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  • Tuesday, 19 August 2025
दिल्ली एलजी और केजरीवाल के बीच होने वाले 5 बड़े विवाद जो चर्चा में रहे

दिल्ली एलजी और केजरीवाल के बीच होने वाले 5 बड़े विवाद जो चर्चा में रहे

नई दिल्ली । दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री अरंविद केजरीवाल के बीच तनातनी सक्सेना के एलजी नियुक्त होने के शुरुआती दिनों से ही देखी जा रही है। दोनों के बीच पावर शेयरिंग को लेकर विवाद कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। पिछले कुछ माह के दौरान देश की राजधानी के संवैधानिक प्रमुख उपराज्यपाल और सीएम केजरीवाल के बीच एक के बाद एक कई विवाद सामने आये हैं।

ये विवाद न केवल देश में बल्कि दुनिया भर में चर्चा का विषय बने। अब तो दोनों के बीच का विवाद चरम पर पहुंच गया है। यहां पर इस बात का भी जिक्र कर दें कि सीएम अरविंद केजरीवाल का एलजी से विवाद कोई नया मसला नहीं है। वो तीन बार दिल्ली का सीएम बन चुके हैं। हर बार उनका एलजी से विवाद होता रहा। चाहे बात नजीब जंग की हो या अनिल बैजल की या फिर अब वीके सक्सेना की। हर एलजी के साथ सीएम केजरीवाल का विवाद चरम पर रहा है। विजय कुमार सक्सेना को 26 मई 2022 को दिल्ली का उपरज्यपाल नियुक्त किया गया था।

सीएम केजरीवाल ने 1 अगस्त 2022 को सिंगापुर के समिट में दिल्ली का विकास मॉडल प्रस्तुत करने के लिए वहां जाने की इजाजत मांगी थी लेकिन एलजी ने यह कहकर मंजूरी देने से इनकार कर दिया था कि इस आयोजन में कहीं से भी मुख्यमंत्री का जाना आवश्यक नहीं है। एलजी के इस रुख के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने जमकर हंगामा मचाया था दिल्ली उपराज्यपाल द्वारा केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति को एलजी ने यह कहकर रिजेक्ट कर दिया कि यह पूरी तरीके से संवैधानिक नियमों का उल्लंघन करने वाली नीति है।

इस मामले गंभीर मानते हुए एलजी ने आबकारी घोटाले की सीबीआई से जांच कराने की केंद्र से सिफारिश कर दी। इस पर आम आदमी पार्टी के नेताओं से आबकारी नीति मामले को लेकर पूछताछ भी की। सीएम मनीष सिसोदिया के ठिकाने पर छापे भी मारे गए। सीबीआई ने उनसे पूछताछ भी है। यह विवाद भी काफी सुर्खियों में रहा। हाल ही में सीबीआई डिप्टी सीएम सिसोदिया के कार्यालय से कुछ दस्तावेज हासिल करने के लिए पहुंची थी।

दिल्ली नगर निगम चुनाव में तीन प्रमुख दल आमने-सामने रहे लेकिन प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने सियासी बयानबाजी ज्यादा देखने को मिली चुनावी प्रचार के दौरान भी उपराज्यपाल द्वारा पार्टी प्रचार में अनावश्यक रुपए खर्च को लेकर सख्त टिप्पणी की गई तो इसे लेकर जमकर बयानबाजी हुई।

आप नेताओं ने एलजी पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया और चुनावी माहौल में बीजेपी को मदद करने की बात कही थी। चुनाव परिणाम आने के बाद भी यह मसला थमा नहीं और मेयर डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों का चुनाव अभी तक नहीं हो सकता है। अब तीनों पदों पर चुनाव 24 जनवरी को प्रस्तावित है।

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