प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में पूर्व सांसद अतीक अहमद के करीबियों पर बड़ी कार्रवाई चल रहा बुलडोजर
प्रयागराज। प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में पूर्व सांसद अतीक अहमद के करीबियों पर कार्रवाई चल रही है। अतीक के करीबियों पर बुलडोजर चल रहा है। कसारी मसारी में जफर का मकान के ध्वस्तीकरण से पहले मकान से सामान निकाला जा रहा है। घर के आस-पास रैपिड एक्शन फोर्स ने घेर रखा है। सामान्य लोगों की आवाजाही रोक दी गई है। कार्रवाई से पहले मोहल्ले की बिजली सप्लाई काटी गई। घर से दो गन मिलने की सूचना है। घर से तलवार भी बरामद की गई है। जांच का विषय है कि कहीं गन का इस्तेमाल उमेश पाल की हत्या में तो नहीं किया गया ? पीडीए के अफसर मौके पर हैं।
वहीं चकिया कसारी मसारी स्थित शाइस्ता परवीन के आवास पर पीडीए का बुलडोजर कार्रवाई कर रहा है। बताया जा रहा है। अतीक के आवास से जफर का घर 50 मीटर दूर है। जफर मूलत: बांदा का रहने वाला था। वहां से प्रयागराज आया और अतीक के साथ जुड़ गया। जफर पर आधा दर्जन मुकदमे हैं। शाईस्ता के वकील सौलत के मुताबिक ये मकान ज़फर अहमद की अचल सम्पत्ति है शाईस्ता किराए पर रहती थी । ये मकान ज़फर जो बांदा में एएनआई के पत्रकार है उनके नाम पर है।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने बुधवार को प्रयागराज के करेली थाना क्षेत्र के चकिया मोहल्ले में माफिया नेता अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के दो मंजिला मकान को गिराना शुरू कर दिया। पीडीए के अधिकारियों ने दावा किया कि मकान को अवैध रूप से बनाया गया था, इसलिए इसे गिराया जा रहा है।
बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह अधिवक्ता उमेश पाल की सनसनीखेज हत्या में नामजद आरोपी परवीन अपने पति और बेटों के साथ फिलहाल फरार है। सितंबर 2020 में अतीक अहमद के अपने घर, जो कि चकिया में भी स्थित था, को "अवैध रूप से निर्माण" करने के लिए ध्वस्त कर दिया गया था, जिसके बाद परवीन इस घर में शिफ्ट हो गई थी।
भारी पुलिस बल के सहयोग से पीडीए की एक टीम बुधवार सुबह चकिया मोहल्ले में बुलडोजर लेकर पहुंची और घर के सामने की करीब 2.5 करोड़ रुपये की कीमत की चारदीवारी को जल्द ही गिरा दिया गया। इसके बाद मजदूर घर का सामान व फर्नीचर अंदर लाने लगे। अधिकारियों ने बताया कि जब पीडीए की टीम इसे गिराने पहुंची तो मकान पहले से ही खाली था ।
घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि टीम ने दावा किया कि उन्हें घर से एक राइफल, कुछ जिंदा गोलियां और एक राजनीतिक दल के पोस्टर मिले हैं। जनवरी में, शाइस्ता परवीन बसपा में शामिल हो गई थीं और उन्होंने घोषणा की थी कि उन्हें प्रयागराज से पार्टी के मेयर पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया है।
पीडीए के उपाध्यक्ष अरविंद कुमार चौहान ने पुष्टि की कि विध्वंस अभियान जारी था। "घर को अवैध रूप से निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन करते हुए बनाया गया था और इसलिए इसे ध्वस्त किया जा रहा है। मालिक को नोटिस जारी किया गया था और सभी जरूरी प्रक्रिया का पालन किया गया था।
24 फरवरी को प्रयागराज के सुलेम सराय इलाके में वकील उमेश पाल की उनके आवास के बाहर हत्या कर दी गई थी। उनके दो गनर भी घायल हो गए थे और उनमें से एक संदीप निषाद की मौत हो गई थी। अन्य सुरक्षाकर्मी राघवेंद्र सिंह की हालत गंभीर है और डॉक्टरों ने उसे एसजीपीजीआईएमएस- लखनऊ रेफर कर दिया है।
उमेश पाल 2005 में प्रयागराज में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या का एक प्रमुख गवाह था जिसमें अतीक अहमद और उनके भाई खालिद अज़ीम के अलावा कई करीबी सहयोगी मुख्य आरोपी हैं।
Sunil Singh
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