आरोपी ने अपने खिलाफ केस लड़ रहे सरकारी वकील पर ही ठोक दिया मुकदमा
नई दिल्ली। एक सरकारी वकील ने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द करने के लिए याचिका सुप्रीम कोर्ट में फाइल की है। दरअसल सरकारी वकील जिस आरोपी के खिलाफ मुकदमा लड़ रहे थे, उसी ने उनपर केस दर्ज करवा दिया। वकील शेखर काकासाब जगपत की तरफ से पेश हुए गौरव अग्रवाल ने सीजेआई बीआर गवई और जस्टिस के विनोद चंद्रन की बेंच को बताया कि याचिकाकर्ता आरोपी के खिलाफ केस लड़ रहे थे।
आरोपी भी कोई छोटे-मोटे नहीं हैं बल्कि मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह और कारोबारी संजय पुनामिया हैं। इन दोनों के खिलाफ संदुर अग्रवाल ने केस किया था। सीनियर वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पुनामिया की तरफ से दर्ज करवाई गई एफआईआर रद्द कर देनी चाहिए। हाई कोर्ट के जजों ने पहले ही खुद को इस याचिका पर सुनवाई से अलग कर लिया था। वहीं पिछले एक साल से यह केस सस्ते बस्ते में पड़ा हुआ है।
सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से कहा है कि वह अपनी बेंच से यह केस वापस ले लें ताकि सुप्रीम कोर्ट इसपर तत्काल सुनवाई कर सके। इसके अलावा अगर चाहें तो बॉम्बे हाई कोर्ट भी मामले की शीघ्र सुनवाई कर सकता है। जगपत पर आरोप लगाया गया है कि परमबीर सिंह के खिलाफ केस लड़ने के लिए विशेष सरकारी वकील नियुक्त होने के लिए उन्होंने फर्जी पत्र का इस्तेमाल किया था। जगपत ने कहा कि पुनामिया ने उनके खिलाफ कई और केस भी फाइल किए हैं। वहीं बार काउंसिल महाराष्ट्र् और गोवा की तरफ से ये सारे केस खारिज कर दिए गए थे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने भी बिना कोई प्राथमिक जांच किए उनके खिलाफ केस दर्ज करवा दिए।
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