भारत की नई ताकत व क्षमताओं को प्रदर्शित करता है ‘एरो इंडिया’ : मोदी
बेंगलुरू । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारत की सबसे बड़ी एरोस्पेस और रक्षा प्रदर्शनी, ‘एरो इंडिया’ के 14वें संस्करण का उद्घाटन किया। इस भव्य आयोजन को देखने के लिए देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग पहुँचे हैं। आयोजन के दौरान जब वायुसेना के विमानों ने आकाश में अपनी शक्ति और कौशल का प्रदर्शन किया तो लोग देखते रह गए।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा कि ‘एरो इंडिया’ भारत की नई ताकत व क्षमताओं को परिलक्षित करता है। उन्होंने कहा एरो इंडिया’ आज सिर्फ एक शो नहीं है, बल्कि भारत के आत्मविश्वास का प्रतिबिम्ब भी है। उन्होंने कहा कि भारत आज न केवल एक बाजार है बल्कि कई देशों के लिए संभावित रक्षा साझेदार भी है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का ‘नया भारत’ न तो कोई अवसर गंवाएगा और न ही उसकी मेहनत में कोई कमी आएगी।
हम आपको बता दें कि इस शो से मेक इन इंडिया अभियान को बल मिलने के साथ ही घरेलू विमानन क्षेत्र को एक नया प्रोत्साहन मिलेगा। इस पांच दिवसीय कार्यक्रम में एरोस्पेस और रक्षा कंपनियों की एक बड़ी प्रदर्शनी और व्यापार मेले के साथ-साथ विमान एवं हेलीकाप्टरों द्वारा हवाई प्रदर्शन भी किया जाएगा। हम आपको बता दें कि बेंगलुरु के बाहरी इलाके में वायुसेना के यालहंका सैन्य अड्डे के परिसर में पांच-दिवसीय इस प्रदर्शनी में 809 रक्षा कंपनियों के अलावा 98 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
यह आयोजन सैन्य विमानों, हेलीकाप्टरों, रक्षा उपकरणों और नये युग के एवियोनिक्स के निर्माण के लिए भारत को एक उभरते हुए केंद्र के रूप में प्रदर्शित करेगा। एयरो इंडिया में लगभग 250 बिजनेस-टू-बिजनेस समझौते होने की उम्मीद है, जिससे लगभग 75,000 करोड़ रुपये के निवेश का मार्ग प्रशस्त होने का अनुमान है।
एयरो इंडिया के 14वें संस्करण का विषय द रनवे टू ए बिलियन अपॉर्चुनिटीज है। इसका उद्देश्य एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में देश की क्षमताओं में वृद्धि को प्रदर्शित कर एक मजबूत और आत्मनिर्भर नये भारत के उदय का प्रचार करना है। प्रदर्शनी में सरकार के मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड विजन के अनुरूप स्वदेशी उपकरणों और प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने और विदेशी कंपनियों के साथ साझेदारी करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
प्रतिरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने में मददगार : राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा एयरो इंडिया- 2023 देश की विनिर्माण क्षमता और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा परिकल्पित आत्मनिर्भर भारत को साकार करने की दिशा में हुई प्रगति का उल्लेख करेगा। उन्होंने कहा यह आयोजन एयरोस्पेस और विमानन क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
राजनाथ सिंह ने कहा कि एयरो इंडिया भारत में एयरोस्पेस क्षेत्र के विस्तृत विकास में एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और रक्षा निर्माण में देश के आत्मनिर्भर बनने के लक्ष्य को साकार करने में मदद करेगा। रक्षा मंत्री ने कहा मुझे विश्वास है कि बेंगलुरु एयरोस्पेस क्षेत्र के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभरेगा। हमारा उद्देश्य एक जीवंत रक्षा विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।
डिफेंस एक ऐसा क्षेत्र है जिसकी मार्केट को सबसे कॉम्प्लीकेटेड माना जाता है। लेकिन भारत ने अपने डिफेंस सेक्टर का कायाकल्प कर दिया है। हमारा लक्ष्य है डिफेंस इक्विपमेंट के एक्सपोर्ट को हम 2025 तक 1।5 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 5 बिलियन डॉलर तक ले जाएंगे।
कार्यक्रम में यूएवी सेक्टर की ग्रोथ, भविष्य की शानदार टेक्नोलॉजी पर भी खास जोर दिया जाएगा। एलसीए तेजस, डोर्नियर लाइट यूटिलिटी हैलीकाप्टर और एडवांस्ड लाइट हैलीकाप्टर को भी प्रमोट किया जाएगा। 09 रक्षा की कंपनियां इस कार्यक्रम में शिरकत कर रही हैं। 32 देशों के रक्षा मंत्री भी एयरो शो में शामिल हो रहे हैं।
भारत में संयुक्त राज्य अमेरिका के राजदूत एलिजाबेथ जोन्स एयर शो में अब तक के सबसे बड़े अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी। उन्होंने कहा कि भारत अपनी रक्षा क्षमताओं का आधुनिकीकरण कर रहा है, निश्चित रूप से हम भारत के पसंदीदा भागीदार बनना चाहते हैं। हम पारस्परिक रूप से लाभकारी सह-उत्पादन और सह-विकास साझेदारी पर तेजी से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
Sunil Singh
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