भारतीय कंपनियों ने नहीं किया स्पष्ट: रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीदेंगी या नहीं
नई दिल्ली,। भारत की सबसे बड़ी तेल रिफाइनर और ईंधन खुदरा कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा लगाए गए सभी प्रतिबंधों का पालन करेगी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि वह रूस की कंपनियों रॉसनेफ्ट और लुकोइल से सस्ता कच्चा तेल खरीदना बंद करेगी या नहीं। कंपनी ने बताया कि इस मुनाफे में उछाल का मुख्य कारण रिफाइनिंग मार्जिन में तेजी रहा- जो इस बार 10.6 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया, जबकि पिछले साल यही आंकड़ा 1.8 डॉलर प्रति बैरल था। हालांकि, जब सहनी से पूछा गया कि क्या रूस से खरीदे गए सस्ते तेल की वजह से मुनाफा बढ़ा, तो उन्होंने कहा, “कंपनी ने पहले भी बिना रूसी कच्चे तेल के ऐसे अच्छे परिणाम हासिल किए हैं। यह बाजार की स्थिति, क्रैक मार्जिन, लागत में कमी और दक्षता सुधार का परिणाम है।
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