
आरबीआई ने लगातार छठी बार रेपो रेट बढ़ाया, लोन हो जायेंगे और महंगे!
नई दिल्ली । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को मौद्रिक समीक्षा बैठक के बाद रेपो रेट बढ़ा दिया। आरबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस अंकों की बढ़ोतरी की है। यह लगातार छठी बार है जब रिजर्व बैंक ने रेपो रेट बढ़ाया है। अब रेपो रेट 6.50 फीसदी हो गया है। आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक तीन दिन चली थी उसके बाद रेपो रेट में बढ़त का फैसला हुआ।
इससे पहले आरबीआई ने साल 2022 में पांच मॉनिटरी पॉलिसी की बैठकों के बाद रेपो रेट में 2.25 फीसदी की बढ़त की थी। आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने से सरकारी-निजी बैंक से लेकर हाउसिंग फाइनैंस कंपनियां के होम लोन की ब्याज दरें बढ़ जाएंगी। इससे आम लोगों की मुश्किलें बढ़ेंगी क्योंकि इसके बाद घर कर्ज की मासिक किस्त ईएमआई अब बढ़ जाएगी।
इसे इस प्रकार समझे उदाहरण के अगर आपने 20 लाख रुपये का होम लोन 8.60 फीसदी ब्याज दर के हिसाब से 20 साल के लिए ले रखा है और आपको हर महीने 21,854 रुपये की ईएमआई देनी पड़ रही थी पर अब रेपो रेट में 25 बेसिस अंकों की बढ़ोतरी होने के बाद ब्याज दर बढ़कर 8.85 फीसदी हो जाएगी। ऐसे में आपकों 21,854 की जगह अब 22,253 रुपये की ईएमआई अदा करनी होगी। इस प्रकार देंखें तो ईएमआई करीब 400 रुपये तक महंगी हो जाएगी।
आरबीआई ने इस बार लगातार छठी बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की है। इसके पहले आरबीआई ने 5 बार रेपो रेट बढ़ाया था। एक साल में आरबीआई ने कुल 225 बेसिस अंकों की बढ़त की थी। आरबीआई ने अंतिम बार दिसंबर 2022 में इसमें 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। तब इसे बढ़ाकर 6.24 फीसदी कर दिया गया था। रेपो रेट बढ़ने से सबसे ज्यादा परेशानी आम आदमी को होगी। इससे होम लोन की ईएमआई बढ़ने के अलावा महंगाई भी बढ़ जाएगी हालांकि इससे बैंकों में जमा एफडी पर लोगों को ब्याज अधिक मिल सकेगा। आरबीआई का तर्क है कि महंगाई पर नियंत्रण के लिए रेपो रेट बढ़ाया गया है।

News Editor
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