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  • Tuesday, 19 August 2025
हमें राष्ट्र को गौरवशाली बनाना है जहां गरीबी नहीं रहे : राष्ट्रपति

हमें राष्ट्र को गौरवशाली बनाना है जहां गरीबी नहीं रहे : राष्ट्रपति

बजट सत्र की शुरुआत: राष्ट्रपति ने कहा- देश को आत्मनिर्भर बनाना जरूरी प्रधानमंत्री बोले- उम्मीदें पूरी करेगा बजट


नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ ही संसद के बजट सत्र की आज 31 जनवरी से शुरुआत हो गई। राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू का संसद के संयुक्त सत्र में यह पहला वार्षिक अभिभाषण है। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में जहां सरकार की उपलब्धियों और प्राथमिकताओं को दर्शाया वहीं भारत को आत्मनिर्भर बनाए जाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। राष्ट्रपति ने कहा कि आजादी के 100 वर्ष पूरे होने के समय यानि 2047 तक हमें देश को आत्मनिर्भर बनाना ही होगा। उन्होंने कहा कि अमृतकाल का यह कालखंड बहुत महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति ने कहा कि हमें राष्ट्र को गौरवशाली बनाना है और ऐसा भारत बनाना है जहां गरीबी नहीं रहे।

 


राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मैं आज इस सत्र के माध्यम से देशवासियों का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने लगातार दो बार एक स्थिर सरकार को चुना है। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने देशहित को सदैव सर्वोपरि रखा नीति-रणनीति में संपूर्ण परिवर्तन की इच्छाशक्ति दिखाई। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार के लगभग नौ वर्षों में भारत के लोगों ने अनेक सकारात्मक परिवर्तन पहली बार देखे हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन यह हुआ है कि आज हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है और दुनिया का भारत को देखने का नज़रिया बदला है। संसद में अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड स्वतंत्रता की स्वर्णिम शताब्दी का और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है। उन्होंने कहा कि ये 25 वर्ष हम सबके लिए और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा करके दिखाने के हैं।

 


संसद में अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जो भारत कभी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था वही आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बना है। उन्होंने कहा कि जिन सुविधाओं के लिए देश की एक बड़ी आबादी ने दशकों तक इंतजार किया वे सुविधाएं इन वर्षों में उसे मिली हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कठोर प्रहार तक एलओसी से लेकर एलएसी तक हर दुस्साहस के कड़े जवाब तक धारा 370 को हटाने से लेकर तीन तलाक तक मेरी सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार की रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पहले टैक्स रिफंड के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था। आज आईटीआर भरने के कुछ ही दिनों के भीतर रिफंड मिल जाता है। उन्होंने कहा कि आज जीएसटी से पारदर्शिता के साथ-साथ करदाताओं की गरिमा भी सुनिश्चित हो रही है।

 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए इस बार के बजट को जनता की उम्मीदों वाला बताते हुए संकेत दिए थे कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोगों की अपेक्षाओं को पूर्ण करने का भरपूर प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में एनडीए का एक ही लक्ष्य रहा है इंडिया फर्स्ट सिटीजन फर्स्ट। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि विपक्ष के सभी साथी बड़ी तैयारी के साथ बहुत बारीकी से अध्ययन करके सदन में अपनी बात रखेंगे।

 


वहीं जहां तक राष्ट्रपति के अभिभाषण की बात है तो आपको बता दें कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और आम आदमी पार्टी ने इसका बहिष्कार किया। बीआरएस के नेता के. केशव राव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के शासन के सभी मोर्चों पर विफलता के विरोध में उनकी पार्टी संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी। आम आदमी पार्टी (आप) ने भी अभिभाषण का बहिष्कार करने की बात कही है। ‘आप’ के नेता एवं सांसद संजय सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पूरे सम्मान के साथ हम संसद के संयुक्त सत्र का बहिष्कार कर रहे हैं क्योंकि सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है और उसने अपने वादों को पूरा नहीं किया है।

 


विपक्ष के अन्य दलों की बात करें तो कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी तथा विभिन्न विपक्षी दलों के नेता राष्ट्रपति के अभिभाषण के समय उपस्थित रहे। कांग्रेस ने इससे पहले ट्वीट करके कहा था कि श्रीनगर से उड़ानों में विलंब के कारण पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और उसके कई अन्य सांसद बजट सत्र के पहले दिन होने वाले राष्ट्रपति के अभिभाषण के अवसर पर उपस्थित नहीं रह सकेंगे। हम आपको बता दें कि आज से शुरू हुए संसद के बजट सत्र का पहला चरण 13 फरवरी तक चलेगा और दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू होकर छह अप्रैल तक चलेगा। बजट सत्र के दौरान 27 बैठकें होंगी। आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत करेंगी और कल सुबह आम बजट प्रस्तुत किया जाएगा।

 

भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य : राष्ट्रपति मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को 2047 तक देश को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखते हुए कहा कि तब तक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो और जिसमें आधुनिकता का हर स्वर्णिम अध्याय हो। राष्ट्रपति ने यह बात आज बजट सत्र के पहले दिन ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए अपने पारंपरिक अभिभाषण में कही। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा भारत बनाना है जो आत्मनिर्भर हो और जो अपने मानवीय दायित्वों को पूरा करने में समर्थ हो।

 

उन्होंने कहा कि हमें 2047 तक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो और जिसमें आधुनिकता का हर स्वर्णिम अध्याय हो। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के करीब नौ वर्षों के शासनकाल में भारत के लोगों ने कई सकारात्मक बदलाव पहली बार देखे हैं। उन्होंने कहा कि अमृतकाल की 25 साल की अवधि आजादी का स्वर्णिमकाल और विकसित भारत के निर्माण का समय है। मुर्मू ने कहा कि आज सबसे बड़ा बदलाव यह हुआ है कि हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है एवं भारत के प्रति विश्व का नजरिया बदला है।

 


राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान संसद के केंद्रीय कक्ष में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल के विभिन्न मंत्री संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी राज्यसभा में नेता सदन पीयूष गोयल और विभिन्न पार्टियों के नेता एवं सांसद मौजूद थे। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एवं पार्टी के कुछ अन्य नेता श्रीनगर में खराब मौसम के कारण उड़ानों में विलंब के चलते राष्ट्रपति अभिभाषण शुरू होने के समय केंद्रीय कक्ष में नहीं पहुंच पाए।

 

संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बोलीं- भ्रष्टाचार लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन
बजट सत्र 2023 शुरू होने से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हमें 2047 तक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो और जिसमें आधुनिकता का हर स्वर्णिम अध्याय हो। द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हमें ऐसा भारत बनाना है जो आत्मनिर्भर हो और जो अपने मानवीय दायित्वों को पूरा करने में समर्थ हो। मेरी सरकार के करीब नौ वर्षों के शासनकाल में भारत के लोगों ने कई सकारात्मक बदलाव पहली बार देखे हैं। उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ा बदलाव यह हुआ है कि हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है एवं भारत के प्रति विश्व का नजरिया बदला है। भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए प्रभावी व्यवस्था की गई है।

 

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा सरकार का स्पष्ट मानना है कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र एवं सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा शत्रु है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा पहले आयकर रिफंड के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था। आज आयकर रिटर्न दाखिल करने के कुछ दिनों के अंदर ही रिफंड मिल जाता है। राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद में कहा कि हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें गरीबी न हो ऐसा भारत जिसका मध्यम वर्ग भी समृद्ध हो ऐसा भारत जिसकी युवा और महिलाएं समाज और देश को राह दिखाने के लिए सबसे आगे खड़े हों ऐसा भारत जिसकी युवावस्था दो कदम ठहरे समय से पहले। पूरी पारदर्शिता के साथ करोड़ों लोगों को 27 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि मुहैया कराई गई है।

 

विश्व बैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसी योजनाओं और प्रणालियों के साथ भारत करोड़ों लोगों को कोविड-19 महामारी के दौरान गरीबी रेखा से नीचे गिरने से बचाने में सक्षम था।बजट सत्र में 27 बैठकें होंगी। सत्र का पहला भाग 14 फरवरी को समाप्त होगा। सत्र के दूसरे भाग के लिए संसद 12 मार्च को फिर से शुरू होगी और 6 अप्रैल तक चलेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण केंद्रीय बजट पेश करेंगी। सरकार की सत्र के दौरान लगभग 36 बिल लाने की योजना है जिसमें चार बजटीय अभ्यास से संबंधित हैं।

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