
लिव इन रिलेशन को गैरकानूनी बनाने की मांग
विश्व हिंदू परिषद और उससे जुड़े हुए साधु संत समाज में लिव इन रिलेशनशिप में रहने की जो प्रवृत्ति युवाओं में बढ़ती जा रही है। अब उसके विरोध में उठ खड़े हुए हैं। हिंदू समाज और संगठनों का मानना है कि लिव इन रिलेशनशिप के कारण सामाजिक मर्यादायें खत्म हो रही हैं। आपसी संबंधों में अपराधिक एवं हिंसक घटनाएं बढ़ने लगी हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज माघ मेले में 25 जनवरी से विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित संत सम्मेलन आयोजित हो रहा है। जहां इसके बारे में रणभेरी फूंकी जाएगी।
संत सम्मेलन में 500 से अधिक संतो को विश्व हिन्दू परिषद ने आमंत्रित किया है। इस सम्मेलन की अध्यक्षता राम मंदिर ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य वासुदेवानंद सरस्वती को सौंपी गई है। विश्व हिंदू परिषद का मानना है कि लिव इन रिलेशनशिप कानून को खत्म करने के लिए सभी साधु संत और सनातन धर्म से जुड़े हुए लोगों को सरकार के ऊपर दबाव बनाने की जरूरत है। सरकार रिलेशनशिप कानून को खत्म कर दे। इसके लिये साधु-संत और विहिप एक अभियान चलायेगा।
संत सम्मेलन में फिल्म पठान और श्रद्धा वाकर हत्याकांड पर चर्चा की जाएगी।
फिल्मों और सीरियल में सनातन धर्म की आस्था के खिलाफ यदि कोई भी फिल्म और सीरियल बनाए जाएंगे तो उसके बारे में भी कठोर निर्णय लेने की बात कही जा रही है। इसी तरह श्रद्धा हत्याकांड में जिस तरह से लिव इन रिलेशनशिप में रहते हुए युवती की हत्या की गई। उसके कई टुकड़े करके अपराध को छुपाने की कोशिश की गई। हिन्दू लड़की अन्य धर्म के युवा के साथ लिव-इन रिलेशन में रहते थे। इसके विरोध में देश भर में विश्व हिंदू परिषद अलख जगाने के लिए संत सम्मेलन में इस पर चर्चा करके विरोध में देशभर में एक अभियान चलाने की नीति पर काम कर रहा है।
2023 में कई राज्यों के विधानसभा चुनाव हैं। 2024 में लोकसभा के चुनाव होने हैं। विश्व हिंदू परिषद संत सम्मेलन के माध्यम से एक बार फिर हिंदुओं को एकजुट करने के लिए गंगा प्रदूषण गौ रक्षा हिंदू समाज को एकजुट करने धर्मांतरण तथा फिल्म और सीरियल में जिस तरीके से हिंदू देवी देवताओं का मजाक उड़ाया जाता है। हिन्दुओं की आस्थाओं के साथ खिलवाड़ किया जाता है।
उसके लिए साधु-संतों से समाज में जागृति फैलाने के लिए एक अभियान चलाने की रणनीति तय की जाएगी। पिछले कई दिनों से संत सम्मेलन के पहले कई वरिष्ठ संतो से इस मामले पर विश्व हिंदू परिषद ने लगातार संपर्क स्थापित कर प्रस्ताव का एजेंडा तैयार कर लिया है। अगले साल राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा।
ऐसी स्थिति में एक बार फिर हिंदुत्व को लेकर बड़े पैमाने पर अभियान शुरू करने के लिए विश्व हिंदू परिषद तैयारी कर रहा है। चुनाव के ठीक पहले विश्व हिंदू परिषद और उससे जुड़े हुए साधु संत बड़े पैमाने पर हिंदुत्व की रक्षा करने के लिए इसी तरीके के गतिविधियां पिछले 30 वर्षों में देखने को मिलती रही हैं।
इस दृष्टि से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज माघ मेले में जो संत सम्मेलन हो रहा है। वह लोकसभा और 10 राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर एक हिंदू आस्था को एकजुट करने के लिए रणनीति विश्व हिंदू परिषद के माध्यम से जा रही है। चुनावों के पहले इसी तरह से भावनाओं को भड़काकर एक माहौल बनाया जाता है। माघ मेले में एक बार फिर साधु-संतों को हिन्दूत्व की रक्षा करने के लिए विश्व हिन्दू परिषद सक्रिय हो गया है।

News Editor
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