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  • Tuesday, 04 November 2025
दिल्ली में मिनटों में मिलेगी ई-बस, सुविधाएं ऐसी कि मेट्रो को भी भूल जाएंगे यात्री

दिल्ली में मिनटों में मिलेगी ई-बस, सुविधाएं ऐसी कि मेट्रो को भी भूल जाएंगे यात्री

नए साल पर दिल्लीवासियों को बड़ी सौगात मिलेगी। मेट्रो की भीड़ से परेशान लोग अब मिनटों में इलेक्ट्रिक बसों से सफर कर सकेंगे। परिवहन विभाग ने 5,000 ई-बसों की खरीद तय की है, जिनकी आपूर्ति मार्च 2026 तक होगी। अधिकारी के अनुसार, इन बसों के बाद दिल्ली सबसे बड़े ई-बस बेड़े वाला राज्य बनेगा। 25 बस डिपो को इलेक्ट्रिक बनाया जा चुका है और बाकी 4 महीनों में तैयार हो जाएंगे। इससे दिल्ली का ई-बस बेड़ा 5,000 से अधिक हो जाएगा, जो भारत का सबसे बड़ा शून्य उत्सर्जन बस नेटवर्क होगा।

वर्तमान में दिल्ली में 3,400 बसें चल रही हैं। 63 बस डिपो और 16 टर्मिनल हैं। इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2020 के तहत 2026 तक 10,480 बसें, जिनमें 80 प्रतिशत ई-बसें होंगी, शामिल करने का लक्ष्य है। डिपो को इलेक्ट्रिफाई करने का काम तेजी से चल रहा है। त्योहारों पर कुछ रूटों पर बसों की आवृत्ति घटाई गई, जबकि भीड़ वाले रूटों पर बढ़ाई गई। नई ई-बसें पर्यावरण और सार्वजनिक परिवहन के लिए बेहतर होंगी।

दिल्ली ट्रांसपोर्ट विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक इन बसों के आने के बाद दिल्ली सबसे बड़े ई-बस बेड़े वाले राज्यों में से एक बन जाएगा। इसके लिए राजधानी में 25 डिपो को पूरी तरह इलेक्ट्रिफाइड कर दिया गया है। जबकि बाकी बची सभी बस डिपो को अगले 4 महीनों में ई-बसों के लिए पूरी तरह तैयार कर दिया जाएगा। एक बार इन ई-बसों के ऑपरेशनल होने के बाद दिल्ली का ई-बस बेड़ा 5000 बसों की संख्या को पार कर देगा और इसे भारत के सबसे बड़े जीरो उत्सर्जन बस नेटवर्क में से एक बना देगा।दिल्ली में फिलहाल डीटीसी और दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम के तहत 3400 बसें चलाई जा रही हैं. राजधानी में 63 बस डिपो हैं और 16 बस टर्मिनल हैं। इनमें से 23 क्लस्टर बस डिपो हैं और 40 डीटीसी के डिपो हैं। बता दें कि दिल्ली में लागू इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी 2020 के अनुसार दिल्ली सरकार ने साल 2026 तक अपने बस बेड़े में 10480 बसें शामिल करने का लक्ष्य बनाया है, जिनमें से करीब 80 फीसदी यानि 8280 ई बसें हैं।

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