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  • Tuesday, 04 November 2025
ढीली निगरानी, नियमों का पालन नहीं और लापरवाही से भारत में बसें हो रही शिकार

ढीली निगरानी, नियमों का पालन नहीं और लापरवाही से भारत में बसें हो रही शिकार

-यूरोप, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में बस सुरक्षा के मानक बहुत सख्त
नई दिल्ली,। दो दर्दनाक बस अग्निकांड की घटनाओं ने फिर सड़क परिवहन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आंध्र प्रदेश के कुरनूल में 24 अक्टूबर को हुई बस दुर्घटना में 20 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 14 अक्टूबर को राजस्थान के थईयात गांव में 26 यात्री काल के गाल में समा गए थे। इस तरह सिर्फ एक हफ्ते में 41 लोगों की मौत के साथ बस सुरक्षा मानकों की स्थिति पर बहस छिड़ गई है।
जानकारी के मुताबिक 2013 से अब तक भारत में सात बड़ी बस आग की घटनाओं में 130 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक इन हादसों की वजह न केवल तकनीकी खामियां हैं, बल्कि ढीली निगरानी, कमजोर नियमों का पालन और बस ऑपरेटरों की लापरवाही भी बड़ी जिम्मेदार है। मामूली टक्करें भी बड़ी आग का रूप ले सकती हैं, क्योंकि अधिकांश बसों का रखरखाव बेहद खराब है।

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