
सक्सेना ने दिया जवाब जब मिलने बुलाया तो 80 लोगों को लेकर पहुंचे
नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर ‘भ्रामक और अपमानजनक टिप्पणी’ करने का आरोप लगाते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर कहा कि जब उन्होंने जब केजरीवाल और उनके डिप्टी मनीष सिसोदिया को बातचीत के लिए बुलाया तो उन्होंने 80 लोगों के साथ आने का फैसला किया।
एलजी वी के सक्सेना ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल की ओर से आई अचानक मांग को देखते हुए इतने कम समय में एक साथ 70 से 80 लोगों के साथ बैठने की व्यवस्था करना संभव नहीं होता और न ही इससे कोई ठोस उद्देश्य पूरा होता। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि ‘दुर्भाग्य से आप एक सुविधाजनक राजनीतिक पैंतरेबाजी के लिए आगे बढ़े कि ‘एलजी ने मुझसे मिलने से इनकार कर दिया।’
एलजी सक्सेना ने अरविंद केजरीवाल को लिखा कि मुझे यहां यह बात जरूर कहनी है कि मैं इस बात पर चकित था कि भले ही शहर विकास के कई गंभीर मुद्दों से जूझ रहा है लेकिन आपको लंबे समय तक चलने वाले और एक विरोध प्रदर्शन को करने का समय मिल गया। जो कि इन मुद्दों पर मुझसे मिलकर किसी तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचने के बजाय केवल दिखावे के लिए था।
जबकि दो दिन पहले विधानसभा में अरविंद केजरीवाल द्वारा उन पर किए गए हमले का जिक्र करते हुए एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि ‘उपराज्यपाल कौन है’ और ‘वह कहां से आए’ का जवाब दिया जा सकता है। अगर आप सरसरी तौर पर भारत के संविधान को देखें तो किसी और को जवाब देने की जरूरत नहीं हैं। ये सवाल साफ तौर से बातचीत के बहुत निचले स्तर पर ले जाते हैं। एलजी ने यह भी कहा कि वह ‘हेडमास्टर’ के रूप में काम नहीं करते हैं। लेकिन भारत के संविधान से मुताबिक लोगों की सौम्य लेकिन ईमानदार आवाज के रूप में काम करते हैं।

News Editor
Comment / Reply From
You May Also Like
Popular Posts
Newsletter
Subscribe to our mailing list to get the new updates!