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  • Thursday, 16 October 2025
जे. पी. नड्डा ने ग्लोबल फूड रेगुलेटर्स समिट 2025 के तीसरे संस्करण का उद्घाटन किया

जे. पी. नड्डा ने ग्लोबल फूड रेगुलेटर्स समिट 2025 के तीसरे संस्करण का उद्घाटन किया

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे. पी. नड्डा ने नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में ग्लोबल फूड रेगुलेटर्स समिट 2025 के तीसरे संस्करण का उद्घाटन किया। यह सम्मेलन खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत आयोजित किया गया है। इस वर्ष के सम्मेलन की थीम “यथा अन्नं तथा मनः”है, जो भोजन की गुणवत्ता और मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य के गहरे संबंध को दर्शाती है।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि “यथा अन्नं तथा मनः- जैसा भोजन, वैसा मन” यह संदेश देता है कि भोजन केवल शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि मानसिक संतुलन, भावनात्मक स्थिरता और समाज की नैतिक संरचना को भी प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि आज जब खाद्य व्यापार वैश्विक स्तर पर बढ़ रहा है, तो खाद्य सुरक्षा सीधे-सीधे लोगों के जीवन और कल्याण से जुड़ गई है।


केंद्रीय मंत्री ने मोटापे को गंभीर स्वास्थ्य चुनौती बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान को याद किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देशवासियों से मोटापे के खिलाफ सामूहिक लड़ाई छेड़ने और विशेष रूप से खाद्य तेल की खपत में 10% कमी लाने का आह्वान किया है। इस दिशा में एफएसएसएआई ने ईट राइट इंडिया अभियान के तहत बड़े पैमाने पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए हैं, जो खाद्य सुरक्षा, पोषण और स्थिरता को जोड़ते हुए एक जन आंदोलन का रूप ले चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि वैश्विक व्यापार के इस दौर में किसी भी प्रकार की खाद्य सुरक्षा में चूक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट उत्पन्न कर सकती है, वाणिज्य को बाधित कर सकती है और लोगों का विश्वास डगमगा सकती है। ऐसे में ग्लोबल फूड रेगुलेटर्स समिट जैसे मंच अंतरराष्ट्रीय सहयोग और नियामक नवाचार को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाते हैं।


सम्मेलन के पहले दिन वैश्विक नियामक समन्वय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का समावेश, डायनेमिक फूड लैंडस्केप के अनुकूलन तथा पारंपरिक खाद्य एवं वैश्विक मानक जैसे विषयों पर तकनीकी सत्र आयोजित किए गए। इन सत्रों का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा एवं स्थिरता के भविष्य को आकार देने के लिए व्यावहारिक अनुभवों और नवाचारों पर चर्चा करना रहा।


इस बार के सम्मेलन में 59 देशों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व व्यापार संगठन जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों तथा देशभर से 100 से अधिक विशेषज्ञों ने भाग लिया। यह मंच वैश्विक अनुभव साझा करने, उभरती चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने और सुरक्षित एवं पौष्टिक भोजन सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक मार्ग प्रशस्त करने का एक सशक्त अवसर सिद्ध हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने एफएसएसएआई द्वारा तैयार ‘ईट राइट थाली’ पुस्तक का भी लोकार्पण किया, जिसमें भारत की समृद्ध पाक विरासत और पोषण संबंधी ज्ञान का संकलन प्रस्तुत किया गया है।

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